यहां फल-फूल रहा नशीली दवाइयों का ऐसा धंधा, जिसे खाने के बाद व्यक्ति खो देता है अपना होश

Sunday, Jun 19, 2016 - 11:23 AM (IST)

चंबा: हिमाचल के चंबा जिले में इन दिनों नशीली दवाइयों का धंधा खूब फल-फूल रहा है। चिंता की बात है कि इस पर नुकेल कसने वाला विभाग खुद को इस दिशा में प्रभावी अभियान छेड़ने में असहाय नजर आ रहा है। यही कारण है कि जिला का शायद ही कोई ऐसा सार्वजनिक शौचालय होगा, जहां नशीली दवाओं से संबंधित खाली बोतलें व दवाइयों के पैकेट पड़े हुए न दिखाई दें।


जानकारी के अनुसार इन दिनों जिला में जिस प्रकार से कुकुरमुत्तों की तरह दवाई विक्रेताओं की दुकानें जगह-जगह खुल रही हैं, उसके कारण दवाई विक्रेताओं के बीच होड़ मच गई है। इस बात को देखते हुए कुछ दवा विक्रेताओं ने अपने मुनाफे को बढ़ाने के लिए नशीली दवाइयों को बेचने में अधिक लाभ महसूस किया है। सूत्रों के अनुसार इन दवाइयों में खांसी की दवाई के साथ-साथ नशीले कैप्सूल भी शामिल हैं, जिन्हें खाने या पीने के बाद व्यक्ति कई घंटों तक अपना होश खो देता है। युवाओं में यह नशा इन दिनों बेहद लोकप्रिय हो रहा है। यही कारण है कि इस नशे के प्रति युवाओं का बढ़ता आकर्षण कुछ दवा विक्रेताओं के लिए बेहद लाभदायक साबित हो रहा है। 


पुख्ता सूत्रों के अनुसार कुछ लोग तो अपने घरों से इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं तो कुछ युवक हर समय अपनी जेबों में नशीली दवाइयां डालकर ग्राहकों की तलाश में रहते हैं। लोगों का कहना है कि जिस प्रकार से पंजाब को नशे ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है, उसी प्रकार से चम्बा जिला के युवाओं को भी ड्रग्स अपनी जकड़ में लेता हुआ दिखाई दे रहा है। लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन इस मामले पर गंभीरता दिखाए ताकि जिला चम्बा कहीं दूसरा पंजाब न बन जाए।