...तो ACC पर मंडरा सकते हैं खतरे के बादल

Wednesday, Feb 10, 2016 - 02:19 PM (IST)

बिलासपुर:  ए.सी.सी. कलस्टर हैड नॉर्थ राकेश सिन्हा ने बताया कि यदि समय रहते ट्रक ऑपरेटर सीमैंट ढुलाई के किराए को लेकर ए.सी.सी. प्रबंधन के साथ रेट तय नहीं करेंगे तो ए.सी.सी. पर खतरे के बादल मंडरा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी अप्रैल माह में गागल प्लांट-2 की सरकार की ओर से मिल रही सब्सिडी खत्म होने जा रही है जिससे ए.सी.सी. बरमाणा का  सीमेंट प्लांट घाटे में जा सकता है।

उन्होंने कहा कि आज विश्व में सीमैंट उत्पादन और खपत को लेकर कंपनियों में प्रतिस्पर्धा की होड़ लगी है। बरमाणा ए.सी.सी. कारखाने में वर्ष 2015 का सीमैंट उत्पादन ठीक नहीं रहा। कंपनी केवल 60 प्रतिशत लक्ष्य ही हासिल कर सकी जबकि वर्ष 2016 का उत्पादन भी इसी तरह चलता रहा तो भविष्य के लिए लाभदायक सिद्ध नहीं होगा। इन सबसे निपटने के लिए ए.सी.सी. एवं ट्रक यूनियन को मिलकर प्रयत्न करने होंगे।