सरकारी कार्यालयों के पास शौचालयों का निर्माण न हो पाना लोगों की समझ से परे

Saturday, Mar 17, 2018 - 03:48 PM (IST)

बिलासपुर : पंचायत स्तर पर भले ही घर-घर में शौचालयों का निर्माण कर स्वच्छ पंचायत का दर्जा हासिल करने की दौड़ लगी हुई है लेकिन सार्वजनिक शौचालय न होने से संपूर्ण भारत को स्वच्छ भारत बनाने का सपना पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। भराड़ी क्षेत्र में उपतहसील, अस्पताल, आई.टी.आई., विद्युत विभाग तथा डाकघर कार्यालय होने के कारण यहां पर प्रतिदिन सैंकड़ों लोग अपना कार्य करवाने के लिए पहुंचते हैं लेकिन मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण महिलाओं व बुजुर्गों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ जहां लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया जा रहा है, वहीं भराड़ी क्षेत्र में एक भी सार्वजनिक शौचालय न होना लोक निर्माण विभाग के साथ ही प्रशासन की स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने की गंभीरता पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है।

लोगों को हो रही परेशानी
हैरानी की बात यह है कि आज तक अस्पताल चौक उपरली भराड़ी, उप तहसील कार्यालय व आई.टी.आई. निचली भराड़ी में न तो सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण हो सका है और न ही लोगों के बैठने के लिए वर्षाशालिका का निर्माण किया जा सका है। सार्वजनिक शौचालय न होने के कारण बुजुर्ग व महिलाओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तथा लघुशंका आदि जाने के लिए पड़ोस के घरों की शरण लेनी पड़ रही है। वर्षाशालिका न होने के कारण लोगों को धूप व बारिश में बचने के लिए दुकानों का सहारा लेना पड़ता है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत के मिशन के तहत घर-घर में शौचालयों का निर्माण किए जाने पर बल दिया जा रहा है, वहीं सरकारी कार्यालयों के नजदीक सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण न हो पाना लोगों की समझ से परे है। उपतहसील को बने काफी अरसा बीत चुका है लेकिन लोगों को अभी तक मूलभूत सुविधाओं का न मिल पाना बेहद ही सोचनीय है।

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