Valentine''s Day के दिन बनाया था घूमने का प्रोग्राम लेकिन...

Monday, Feb 15, 2016 - 11:37 AM (IST)

स्वारघाट: वैलेंटाइन-डे काखास मौका हो और ऊपर से छुट्टी का दिन, इतने खुशनुमा माहौल में घूमने की योजना बनाए दंपति को यदि बीच रास्ते में पता चले कि उसके खाते से पैसे उड़ाए जा चुके हैं तो दिल के अरमां आसुंओं में बहना स्वाभाविक ही है। जी हां स्वारघाट क्षेत्र के एक गांव का व्यक्ति ऐसी ही घटना का शिकार हुआ है उसे अपने खाते में जमा पूंजी से हाथ धोना पड़ा है।

 

बता दें कि वैलेंटाइन-डे पर क्षेत्र के दंपति ने घूमने की योजना बना रखी थी। सारी तैयारियां कर रखी थीं। रविवार का दिन होने के कारण पति-पत्नी को तैयार रहने की सलाह देकर यह कहकर स्वारघाट की ओर गया कि वह एटीएम से पैसे निकालने के बाद बाइक में पैट्रोल डलवाकर अभी पहुंचता है। व्यक्ति ने स्वारघाट में जब एटीएम में कार्ड डालकर खाते में जमा राशि संबंधी जानकारी ली तो यह देखकर दंग रह गया कि उसके खाते से 5 हजार रुपए की राशि गायब थी तथा खाते में मात्र 35 रुपए बचे थे।


व्यक्ति को आई थी फर्जी कॉल
व्यक्ति ने बताया कि वह स्काई लाइफ  कंपनी में बिजली विभाग के बिल काटने का कार्य करता है तथा स्टेट बैंक ऑफ  पटियाला स्वाहण में उसका खाता है। पिछले कल उसके मोबाइल पर उसे अज्ञात व्यक्ति ने फोन करके कहा कि मैं बैंक के हैड ऑफिस से बोल रहा हूं आपका एटीएम बंद होने वाला है तथा इसे सुचारू रखने के लिए आपको अपने एटीएम कार्ड पर लिखा नंबर बताना होगा। व्यक्ति ने भी शातिरों की चिकनी-चुपड़ी बातों में फंसते हुए अपने कार्ड का नंबर बता दिया और चैन की नींद सो गया। उक्त व्यक्ति अगले दिन जब पैसे निकालने एटीएम पहुंचा तब उसे अपने साथ हुई ठगी के बारे में पता चला। उसने बताया कि उसके खाते में उसकी सैलरी भी पडऩी है जिसका भी उसे शातिरों द्वारा निकाले जाने का डर बना हुआ है लेकिन उसने कस्टमर केयर नंबर पर बात कर सारी वास्तु स्थिति से अवगत करवाकर एटीएम कार्ड ब्लॉक करवा दिया।

 

बार-बार सतर्क करने के बावजूद भी मूर्ख बन रहे लोग
अज्ञात व्यक्ति की कॉल पर झांसे में आने की अपनी स्वयं की गलती मान कर व्यक्ति ने पुलिस के पास जाना उचित नहीं समझा और मन मसोस कर घर वापस चला गया। बता दें कि भोले-भाले लोगों के ऐसी फर्जी कॉल में फंसने के बाद बार-बार सचेत करने के बावजूद भी पढ़े-लिखे लोग मूर्ख बन रहे हैं। उक्त व्यक्ति भी 12वीं कक्षा तक पढ़ा है तथा इससे पूर्व भी ठीक इसी तर्ज पर स्वारघाट में ही एक जेबीटी शिक्षक अपनी जमा पूंजी से हाथ धो बैठा है।