स्वारघाट में ठग साधुओं की छित्तर-परेड

Friday, Jul 01, 2016 - 06:13 PM (IST)

स्वारघाट: स्वारघाट क्षेत्र बाहरी ठग लोगों का पसंदीदा स्थल बनता जा रहा है जिसका ही नतीजा यह है कि समझाने पर भी लोग ठगों के झांसे में आने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसी वर्ष की बात करें तो क्षेत्र में ठगों के झांसे में आने का यह 5वां मामला है लेकिन विडंबना की बात यह है कि अब इस कड़ी में एक और पढ़ी-लिखी जमात का नाम जुड़ गया है।

 

जानकारी के अनुसार स्वारघाट क्षेत्र के एक गांव में 2 ठग साधुओं के भेष में पहुंचे। हर घर में भिक्षा लेने के बाद साधुओं ने देखा कि एक घर में अकेली महिला के सिवा कोई नहीं है। साधुओं ने तुरंत महिला की मस्तिक रेखा पढऩी आरंभ कर दी और कहा कि आपके भाग्य में बहुत कुछ है लेकिन वह आपको प्राप्त नहीं हो रहा है। साधुओं ने कहा कि आपका पति कमाता तो बहुत है लेकिन घर में बरकत नहीं है। महिला उनकी चिकनी-चुपड़ी बातों में आ गई और उनको घर के बारे में विस्तार से बताने का आग्रह किया। अब इतना तो सभी को पता है कि जिस घर में 2 बर्तन होंगे वहां आवाज तो होगी ही, की नीति पर चलते हुए साधुओं ने तीर-तुक्का लगाकर घर की महिमा का बखान कर दिया।

 

ठगों को जिस बात का इंतजार था वह घड़ी भी शीघ्र ही आ गई और बात पहुंचते-पहुंचते अब समस्या के समाधान की आ गई। समस्या का समाधान करते हुए ठग साधुओं ने महिला को कहा कि आपके घर में एक सोने की अंगूठी है जोकि घर का सारा काम खराब कर रही है जिसे आप हमें सौंप दो इस अंगूठी को अभिमंत्रित करने के कुछ दिन बाद हम इसे दोबारा आपको सौंप देंगे जिसके बाद गृहस्थी की गाड़ी आरामदायक हो जाएगी तथा घर के अच्छे दिन भी वापस लौट आएंगे।

 

अच्छे दिन की बात सुनते ही महिला ने अलमारी से सोने की अंगूठी निकाली और ठग साधुओं के हाथ पर रख दी। बात बनती देख अब ठगों की अभिलाषा और भी जाग गई जिसके बाद वह महिला से बोले यह तो हुआ आपके घर की समस्या का समाधान अब बाबाओं को भिक्षा भी दे दो जिस पर महिला ने बाबाओं को 1100 रुपए का दान देकर हंसी-खुशी विदा कर दिया।

 

अभी घटना को बीते 3 घंटे ही हुए थे कि इतने में पति भी थके-हारे घर लौट आया। पति के आते ही महिला ने घर में अच्छे दिन लौट आने की बात बताते हुए सारा वृत्तांत पति के समक्ष रख दिया जिस पर पति ने अपनी पत्नी को खूब खरी-खोटी सुनाई और घर से ठग साधुओं की तलाश में पत्नी संग प्रस्थान कर दिया। बदकिस्मती से ठग भी स्वारघाट से दूसरी दिशा के एक और गांव में जुगत भिड़ाने में लग गए।

 

उधर, दूसरी ओर आसपास फोन पर संपर्क बनाते हुए आखिरकार गुस्से से लाल-पीला हुआ महिला का पति भी वहां पहुंच गया और पहचान को लेकर पत्नी के हां करते ही ठगों की छित्तर-परेड शुरू हो गई। जूतमपैजार होते ही ठगों की अकल ठिकाने आते देर नहीं लगी और ठगों ने अंगूठी व राशि उन्हें वापस सौंप दी और माफी मांगकर व आगे से ऐसा न करने की कसमें खाकर अपनी जान छुड़ाई। सामान वापस मिलने पर उक्त दम्पति ने भी ठगों को लेकर पुलिस के पास जाना उचित नहीं समझा और घर वापस आ गया।