बगीचों के रूप में लहलहा रही भांग

Saturday, Jun 25, 2016 - 11:40 AM (IST)

 झंडूता: सरकार एक ओर जहां प्रदेश में संपूर्ण स्वच्छता अभियान एवं नशा निवारण कार्यक्रम को पूरी तरह लागू करने के बड़े-बड़े दावे कर रही है, वहीं दूसरी ओर ये दावे अभी भी शहरों व कस्बों में पहुंचने की अपेक्षा सरकारी स्तर पर कोरे साबित हो रहे हैं। सरकार द्वारा लोगों को नशे के कुप्रभावों बारे जागरूक करने के लिए हालांकि करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाए जा रहे हैं लेकिन धरातल पर इनके सकारात्मक परिणाम देखने को बहुत कम ही मिल रहे हैं जो समाज के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है।

क्षेत्रवासियों प्रकाश कपिल, जगदीश कपिल, ओंकार, जोगिंद्र, बांकू, संजय कुमार, राम सिंह व सतपाल सिंह आदि का कहना है कि इन पौधों की आड़ में युवा पीढ़ी नशे की प्रवृत्ति की ओर बढ़ रही है। इस प्रकार के पौधों से बनने वाले नशीले पदार्थों के सेवन से जहां युवा पीढ़ी अपने रास्ते से भटक रही है, वहीं उनकी संगत दूसरे बच्चों को भी खराब कर रही है।

उन्होंने कहा कि एक बार बच्चे में यह लत लग जाए तो उसका पूरा भविष्य खत्म कर देती है। अभिभावकों का कहना है कि संपूर्ण स्वच्छता अभियान हो या फिर नशे के खिलाफ लोगों को जागरूक करना मात्र रैलियों व फोटो खिंचवाने तक ही सीमित रह गया है। धरातल पर अगर गहराई से नजर डाली जाए तो कहीं न कहीं इन अभियानों को साकार रूप नहीं मिलता दिख रहा है।