गुस्साए लोगों ने चंडीगढ़-मनाली मार्ग किया जाम

Thursday, May 26, 2016 - 11:02 PM (IST)

स्वारघाट: लापता होने के 16 दिन बाद रहस्यमयी परिस्थितियों में गोबिंद सागर झील से मिले अंजन के शव के 9 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा मामले में की गई कार्रवाई से असंतुष्ट 4 पंचायतों टाली, कुटैहला, री व तंबौल के लोगों ने स्थानीय विधायक रणधीर शर्मा की अगुवाई में वीरवार को दिए गए अल्टीमेटम के अनुसार राष्ट्रीय उच्च मार्ग-21 चंडीगढ़-मनाली पर पुलिस थाना स्वारघाट के सामने चक्का जाम कर दिया।

 

रणधीर शर्मा सहित अंजन के परिजन व विभिन्न पंचायतों के लोग सुबह ठीक 10 बजे उच्च मार्ग के बीचोंबीच धरने पर बैठ गए। इस प्रदर्शन में हाथों में तख्तियां उठाए लोगों ने जिला प्रशासन व पुलिस के विरुद्ध जमकर गुबार निकाला तथा प्रदर्शन में पुलिस मुर्दाबाद के भी खूब नारे लगे। परिजनों का आरोप था कि अंजन की हत्या हुई है जबकि पुलिस इसे जबरदस्ती आत्महत्या का रूप देने पर तुली हुई है। परिजनों का कहना था कि उनका पुलिस पर से विश्वास उठ गया है अत: इस मामले की सीबीआई जांच करवाई जानी चाहिए।

 

लोगों का कहना था कि जिस दिन अंजन का शव मिला तो 4 घंटे तक पुलिस शव लेने नहीं पहुंची और जब उन्होंने इसकी सूचना 100 नंबर पर दी तो उन्होंने भी उन्हें टालमटोल रवैया अपनाते हुए यहां से वहां फोन करने की सलाह दी और करते-कराते शाम करीब 7 बजे पुलिस शव को कब्जे में लेने के लिए आई। रणधीर शर्मा ने कहा कि पुलिस दबाव में कार्रवाई कर रही है जिसके चलते ही 16 दिन तक शक के आधार पर लिखवाए गए लोगों से कोई पूछताछ नहीं की गई तथा 18 मई को लोगों द्वारा किए गए जिला अस्पताल में प्रदर्शन पर पुलिस ने मामले को धारा 302 में तबदील किया। उन्होंने कहा कि अंजन का शव मिलने के बाद उसे बर्फ  तक में नहीं रखा गया तथा जिस दिन अंजन लापता हुआ उस दिन की मोबाइल पर आई अंतिम कॉलधारक से कोई पूछताछ नहीं की गई।