ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों को स्मार्ट सिटी बनाने की मुहिम

Wednesday, Feb 10, 2016 - 03:35 PM (IST)

जालंधर (धवन):  ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों को अब स्मार्ट सिटी के घेरे में लाने की मुहिम कुछ संगठनों द्वारा शुरू कर दी गई है। केंद्र सरकार ने हाल ही में जिन 20 पहले स्मार्ट सिटी की सूची जारी की थी उनमें हिमाचल प्रदेश के एक भी शहर को स्थान नहीं मिल सका। अब हिमाचल प्रदेश के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता तथा झंडता विकास मंच के संजय गूलेरिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख कर कहा है कि कस्बा शाह तलाई जोकि बिलासपुर जिले में है, को स्मार्ट सिटी में शामिल करवाया जाए। 

यहां पर ऐतिहासिक श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ जी का मंदिर है। देश-विदेश से श्रद्धालु मंदिर में जब दर्शन करने के लिए आते हैं तो 95 प्रतिशत श्रद्धालु शाह तलाई में रुकते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग की कि वह केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की टीम शाह तलाई भेजे तथा इसका सर्वेक्षण करवाया जाए। अगर शाह तलाई  तथा श्री बाबा बालक नाथ जी के क्षेत्रों को जोड़ कर एक सांझा ट्रस्ट बनाकर कार्पोरेशन का गठन किया जाए तो निश्चित तौर पर इस क्षेत्र को स्मार्ट सिटी में शामिल किया जा सकता है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि राज्य सरकार शिमला या धर्मशाला को स्मार्ट सिटी के लिए चयनित करवाना चाहती थी। बाद में यह मामला न्यायालय में चला गया। इस लड़ाई के कारण दोनों शहर ही स्मार्ट सिटी बनने से वंचित रह गए।

उन्होंने पत्र में कहा है कि शाहतलाई व आसपास के क्षेत्रों को स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल कर दिया जाए जिससे श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ जी के मंदिर के दर्शनों के लिए आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिल सकें। प्रधानमंत्री कार्यालय ने गुलेरिया की याचिका हिमाचल सरकार को भेज दी। हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव ने गुलेरिया को 6 जनवरी को पत्र लिख कर उनकी याचिका पर उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया है।