यहां छात्रों पर मंडरा रहा है खतरा, विभाग कुंभकर्णी नींद में

Sunday, Aug 28, 2016 - 11:57 PM (IST)

बरठीं: प्रदेश सरकार के शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल रहने के दावे जिला की राजकीय प्राथमिक पाठशाला घंडीर के नौनिहालों के लिए सरासर बेमानी साबित हो रहे हैं। ग्राम पंचायत बल्हसीणा की प्रधान आशा देवी, उपप्रधान सुखदेव सहित अन्य लोगों ने हैरानी जताते हुए कहा कि राजकीय प्राथमिक पाठशाला घंडीर का पुराना भवन विगत 5 वर्षों से बिना रखरखाव के लावारिस पड़ा होने के कारण पूरी तरह जर्जर हो चुका है।
 
 उनका कहना है कि पंचायत द्वारा भी इस जर्जर भवन को गिराने के लिए कई बार प्रस्ताव डालकर विभाग को भेजे गए लेकिन उचित कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। इससे स्पष्ट है कि विभाग की कुंभकर्णी नींद नहीं खुल रही है। अभिभावकों को मलाल है कि उनके बच्चों की सुरक्षा पूरी तरह रामभरोसे है। यह जर्जर भवन कभी भी जमींदोज हो सकता है। 
 
सूत्रों का कहना है कि स्कूल में पहली से 7वीं कक्षा तक 60 बच्चे बचपन का पाठ सीख रहे हैं। स्कूल समय से पहले तथा आधी छुट्टी के समय बच्चे पुराने कच्चे व जर्जर भवन के आसपास खेलते हैं। स्कूल समय में तो भले ही स्कूल प्रशासन उन्हें जर्जर भवन के आसपास खेलने से रोक देता है लेकिन स्कूल समय से पहले या छुट्टी के बाद उनकी सुरक्षा रामभरोसे ही है। 
 
प्रस्ताव भेजने पर भी नहीं हुई कार्रवाई
स्कूल की मुख्य शिक्षिका रतनी देवी का कहना है कि उन्होंने भी जर्जर भवन के बारे में प्रस्ताव के माध्यम से विभाग के आलाधिकारियों को अवगत करवा दिया है तथा शिक्षा विभाग द्वारा 17 मार्च, 2016 को इस जर्जर भवन के मुरम्मत कार्य के लिए 75 हजार रुपए स्वीकृत किए गए थे। उस धनराशि से भवन का सही रखरखाव नहीं हो सकता। उन्होंने विभाग को बताया है कि यह भवन स्कूल प्रांगण में किसी बड़ी अनहोनी घटना को न्यौता दे रहा है तथा इसे गिराना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर भी विभाग द्वारा आज तक कार्रवाई न करना साफ संकेत कर रहा है कि विभाग राजकीय प्राथमिक पाठशाला घंडीर में किसी बड़ी अनहोनी घटना का इंतजार कर रहा है।