चीन में बनने वाले दूध उत्पादों को किया प्रतिबंधित

Sunday, Jun 26, 2016 - 12:20 AM (IST)

बिलासपुर: चीन में बनने वाले दूध और दूध से बनने वाले सभी उत्पादों को भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया है। इनके आयात पर पूर्ण रोक लगा दी गई है तथा इसके लिए 2 दिन पूर्व ही हस्ताक्षर किए गए हैं। यह बात केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीता रमण ने परिधि गृह बिलासपुर में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने देश में बढ़ते चीनी उत्पादों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वल्र्ड ट्रेड ऑॅर्गेनाइजेशन की शर्तों के मुताबिक किसी भी देश में निर्मित होने वाले उत्पादों पर तब तक पूर्ण रोक नहीं लगाई जा सकती जब तक संबंधित उत्पादों से किसी प्रकार की हानि होने के पुख्ता सबूत न हों।

 

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री ने देश में बढ़ती महंगाई पर सफाई देते हुए बताया कि मौसमी फलों व सब्जियों के दामों में बढ़ौतरी का सबसे बड़ा कारण देश में एग्रीकल्चर मार्कीटिंग यार्ड का न होना है। जहां पैदावार ज्यादा हो रही है, वहां पर किसानों को उसके सही दाम नहीं मिल रहे हैं तथा दूसरी ओर जहां पर इन वस्तुओं की डिमांड है वहां पर ये पहुंच नहीं पा रही हैं। केंद्र सरकार देश में एग्रीकल्चर मार्कीटिंग यार्ड बनाकर इस समस्या का समाधान कर रही है ताकि किसान अपने उत्पादों को इन यार्डों में बेच सकें और संबंधित यार्ड से इन चीजों को डिमांड वाली जगह पर पहुंचाया जा सके। उन्होंने बताया कि दालों के रेट बढऩे से लोगों को महंगाई से जूझना पड़ रहा है। देश में दालों की उपज कम हो रही है। केंद्र सरकार ने दालों के दामों पर अल्प समय के लिए अंकुश लगाने हेतु वर्मा, अफ्रीका व कनाडा से दालें आयात करने का निर्णय लिया है। 

 

बिलासपुर में प्रस्तावित एम्स को लेकर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री ने कहा कि एम्स के लिए जमीन हस्तांतरण का काम चल रहा है। इसका काम पूरा होते ही एम्स का शिलान्यास कर दिया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा इसे लेकर काफी संजीदा हैं। उन्होंने बंदला में प्रस्तावित देश के पहले हाईड्रो इंजीनियरिंग कालेज को लेकर कहा कि इसका शिलान्यास भी शीघ्र कर दिया जाएगा। यह मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ध्यान में है तथा इसके निर्माण को लेकर हाल ही में तकनीकी शिक्षा मंत्री जीएस बाली ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से वार्ता की है।