मतदाताओं का फिर वही फैसला, बागी कर गए गड़बड़

punjabkesari.in Friday, Apr 14, 2017 - 02:26 PM (IST)

हमीरपुर : भोरंज में हुए उपचुनाव में मतदाताओं ने फिर वर्ष 2012 का फैसला सुनाया है मगर बागी थोड़ा गड़बड़ कर गए, जिससे भाजपा व कांग्रेस में वोट सेंधमारी हुई है। इस बार भाजपा को पिछले चुनाव के मुकाबले 2889 वोट कम मिले, वहीं कांग्रेस को 769 मतों का अंतर पड़ा है। हालांकि निर्दलीय अपनी जमानत बचाने के लिए जरूरी 7808 वोट भी नहीं जुटा पाए और सभी निर्दलीय प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। गौरतलब है कि भोरंज सीट के लिए वर्ष 2012 में हुए चुनाव में कुल 46126 (64.60 प्रतिशत) मत पड़े थे, जिनमें से भाजपा प्रत्याशी को 27,323 व कांग्रेस प्रत्याशी को 16,908 मत पड़े थे तथा भाजपा प्रत्याशी 10,415 मतों से विजयी रहे थे जबकि इस बार उपचुनाव में 46,848 मत पड़े, जिनमें से भाजपा को 24,434 व कांग्रेस को 16,144 वोट पड़े तथा भाजपा प्रत्याशी 8290 मतों से विजयी रहा।

भोरंज में अब तक की चौथी बड़ी जीत
भोरंज में हुए अब तक के चुनावों में यह चौथी बड़ी जीत है। इससे पहले वर्ष 1990 में 11,927, वर्ष 2007 में 10,375 व वर्ष 2012 में 10,415 मतों से विजेता प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी।

83 पर भाजपा तो 16 पर कांग्रेस को बढ़त
भोरंज सीट में हुए उपचुनाव में 99 पोङ्क्षलग बूथों में से 83 बूथों पर भाजपा ने बढ़त बनाए रखी जबकि 16 बूथों पर कांग्रेस भी बढ़त लेने में कामयाब रही। केवल बूथ नं. 21, 22, 25, 27 से 30, 33 व 34, 44, 55, 57, 60, 63, 64 व 70 पर भाजपा बढ़त नहीं बना पाई जबकि शेष बूथों में भाजपा ने सभी चारों प्रत्याशियों को पछाड़ते हुए बढ़त बनाई। आजाद उम्मीदवार कुसुम आजाद को 5 बूथों 6, 49, 50, 55 व 94 तथा डा. रमेश डोगरा को 6 बूथों 1, 42, 64, 91, 92 व 97 पर एक भी वोट नहीं मिला तथा इन पोङ्क्षलग बूथों पर दोनों प्रत्याशी अपना खाता भी नहीं खोल पाए। इस उपचुनाव में मतदाताओं ने नोटा पर भी विश्वास जताते हुए पांचों प्रत्याशियों को उम्मीदवार के नाते समर्थ नहीं पाया तथा 89 बूथों में नोटा पर भी मतदाताओं ने मोहर लगाई।
 


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