‘जिस जालंधर से एलर्जी वहीं के ठेकेदार को फायदा पहुंचा रहे वीरभद्र’

punjabkesari.in Sunday, May 21, 2017 - 05:40 PM (IST)

ऊना/बडूही: प्रदेश में विकास कार्य ठप्प पड़े हैं लेकिन भ्रष्टाचार के कार्य निरंतर चल रहे हैं। यह बात लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह और बसाल में भाजपा की माफिया राज हटाओ-प्रदेश बचाओ रैली के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूछती है कि प्रदेश में कहां है माफिया? एच.आर.टी.सी. के आर.एम. की सरकारी गाड़ी से 4 किलो चिट्टा मिलना, ऊना में कांग्रेस की नुक्कड़ सभा के बाद सभा स्थल से सैंकड़ों पेटियां शराब की मिलना, चंडीगढ़ के एस.एस.पी. द्वारा हिमाचल से नशा सप्लाई होने का शपथ पत्र दिया जाना तथा वनों का अवैध कटान रोकने गई वन विभाग की टीमों पर ऊना और कांगड़ा में हमला किया जाना, प्रदेश में माफिया राज का इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है। उन्होंने कहा कि वन मंत्री के अपने क्षेत्र में वनों का कटान हो जाता है और मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में 480 देवदार के पेड़ काट दिए जाते हैं लेकिन विभाग रिपोर्ट बनाता है कि पेड़ थे ही नहीं बल्कि झाडिय़ां कटी हैं। 

भ्रष्टाचार के अलावा किसी और को समय नहीं दे रही प्रदेश सरकार
उन्होंने कहा कि कालाअंब में गोला-बारूद मिला है और नाहन में हथियार पकड़े गए हैं। सुबाथू के मिलिटरी एरिया में आतंकी पोस्टर लग जाते हैं तो कुल्लू के बंजार में सीरिया के आतंकी संगठन आई.एस.आई.एस. का आतंकी मिलता है। शांतिपूर्ण हिमाचल पर आतंकी साया मंडरा रहा है लेकिन प्रदेश सरकार को कुछ नजर नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के अलावा किसी और को समय नहीं दे रही है। हिमाचल को वीरभद्र सिंह की सरकार ने ड्रग भूमि बना दिया है। ब्रेवरीज कार्पोरेशन बनाने के बाद भी पंजाब के जालंधर निवासी ठेकेदार को फायदा पहुंचाया जा रहा है, जिस जालंधर के नाम से ही वीरभद्र सिंह को एलर्जी होती रही है। 

नयनादेवी में 5 मैगावाट का प्रोजैक्ट कांग्रेस सरकार ने ठप्प करवाया
उन्होंने कहा कि देश भर में सौर ऊर्जा को महत्व दिया जा रहा है। पूर्व कार्यकाल में नयनादेवी में 5 मैगावाट का प्रोजैक्ट मंजूर करवाया गया था, जिसे कांग्रेस सरकार ने ठप्प करवा दिया। केंद्र की मोदी सरकार ने 135 करोड़ रुपए सौर ऊर्जा प्रोजैक्ट के लिए हिमाचल को दिए लेकिन प्रदेश सरकार एक भी प्रोजैक्ट बनाकर नहीं भेज सकी है और आरोप लगाती है कि मोदी सरकार भेदभाव कर रही है। 

जो मंदिर विरोधी वही कर रहे रामलोक मंदिर का विरोध
सोलन के श्री रामलोक मंदिर को लेकर चल रहे ग्रामीणों और बाबा अमरदेव के विवाद पर उन्होंने कहा कि रामलोक मंदिर का वही विरोध कर रहे हैं जो राम मंदिर के विरोधी रहे हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलन करना सही नहीं है। स्थानीय लोगों के साथ सरकार के प्रतिनिधियों को बैठ कर मामले को हल करना चाहिए। जिसने कानून का उल्लंघन किया है, उसको सजा मिलनी चाहिए। कहीं ऐसा न हो कि जिसने राम मंदिर बनाया, उसको ही सजा हो जाए। 


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