ज्वालामुखी में कहने को तो ये सराय, मगर रेट होटलों से भी ज्यादा

punjabkesari.in Thursday, Nov 16, 2017 - 11:05 AM (IST)

देहरा : विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में कई धर्मार्थ सरायों की आड़ में तथाकथित होटल चल रहे हैं, जहां यात्रियों से वी.आई.पी. कमरों के मनचाहे दाम वसूलने के अलावा भी उनसे कार पार्किंग, शौचालयों व स्नानागारों के भी मनचाहे दाम वसूले जाने की शिकायतें सुनने को मिल रही हैं। इस वजह से बाहर से आने वाले यात्रियों की आस्था व श्रद्धा को ठेस लग रही है। कई सरायों में एयर कंडीशनर कमरे बनाए हुए हैं और सराय बनाने के लिए कौड़ियों के रेट पर खरीदी गई जमीनों में कार पार्किंग बनाकर लाखों रुपए इकट्ठे किए जा रहे हैं जबकि सरकार के खाते में टैक्स के रूप में एक फूटी कौड़ी तक नहीं डाली जा रही है।

समाजसेवा के नाम पर एक फूटी कौड़ी तक खर्च नहीं की जाती
यदि प्रदेश सरकार हिमाचल प्रदेश की तमाम सरायों का अधिग्रहण कर ले तो बहुत बड़ा आय का स्रोत सरकार को मिल सकता है। जानकारों की मानें तो कई सरायों में समाजसेवा के नाम पर एक फूटी कौड़ी तक खर्च नहीं की जाती है और स्थानीय लोगों से भी यह प्रबंधन कमेटियां शादी, विवाह व पार्टी आदि का मुंह मांगे दाम वसूलने से गुरेज तक नहीं करते हैं। इन सरायों में काम करने वाले कर्मचारी कार पार्किंग के नाम पर तथा शौचालयों, स्नानागारों के इस्तेमाल करने पर भी मनचाहे पैसे बटोरने में लगे हैं, जिससे यात्रियों को लूटने का तंत्र यहां देखने को मिल रहा है।

लोगों कर रहे लूट को बंद करने की मांग 
स्थानीय लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से इस गंभीर मसले पर सोच कर प्रदेश की सरायों के लिए कोई ठोस नीति बनाने की मांग की है तथा आए दिन हो रही लूटपाट को बंद करने के लिए कमरों के रेट निर्धारित करने, शौचालयों, स्नानागारों व पार्किंग के नाम पर हो रही लूट को बंद करने की मांग की है ताकि बाहर से आने वाले यात्रियों की आस्था को धक्का न लगे। इस संदर्भ में एस.डी.एम. ज्वालामुखी राकेश शर्मा ने कहा किवह इस बारे में जरूर जांच करवाएंगे कि यात्रियों केरात्रि विश्राम कीएवज में क्या लिया जाता है और क्या सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं ताकियात्रियों की आस्था को ठेस न लगे।


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