यहां सालों से जारी है मौत का सफर, कई बार हो चुके हैं बड़े हादसे (Watch Video)

punjabkesari.in Wednesday, Feb 21, 2018 - 03:20 PM (IST)

नाहन (सतीश): आज हम आपको एक ऐसी तस्वीर दिखाएंगे जिसे देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे। उत्तराखंड राज्य के साथ लगे सिरमौर जिला आज भी कैसे जान जोखिम में डाल कर सफर करने को मजबूर है। यहां दूरदराज पहाड़ी क्षेत्र कांदो कन्डो-भटनौल भी टौंस नदी पर आज तक पुल नहीं बन पाया है। अंदाजन आज यहां लोग रस्सियों व लोहे की तारों के सहारे नदी पार करते हैं। जरा सी गलती हुई तो समझो मौत सामने खड़ी है। यहां पुल बनाना तो दूर। करीब 50 साल पहले बनाए बनाए गए इस झूले की सरकार ने मरम्मत करनी तक करवानी नहीं समझी। 
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क्षेत्र के सैकड़ों लोग लोग खाने-पीने का समान लेने और अपनी फसलों को बेचने के लिए अपनी जान पर खेलकर टौंस नदी पार कर उत्तराखंड जाते हैं, जिसके लिए दशकों पहले ग्रामीणों द्वारा यहां झूला लगाया गया था।1971 में पहला झूला नदी पर बनाया गया, जिससे लोगों को 20 किलोमीटर की जगह पर मात्र 100 मीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। लकड़ी के झूले का फायदा भी हुआ। लोगों को अपना सामान पहुंचाने के लिए बहुत आसानी हुई। 
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ग्रामीण 2 दिन की जगह अब आधे घंटे में पहुंच जाते हैं। मगर सफर जोखिम भरा है, हाल ही में यहां 28 वर्षीय टिका राम की झूले से गिरकर मौत हो गई। कई परिवारों ने इस झूले की वजह से अपने चशमों-चिराग खोए हैं। क्षेत्र के लोगो के लिए शहर तक जाने का झुला ही एकमात्र साधन है जो बदहाल हालत में है बावजूद इसके इसी झूले पर सफर करना लोगों की मजबूरी है लोग जान गंवा रहे हैं, बहरहाल आज तक यह क्षेत्र सरकार की नजर-ए-इनायत को तरस रहा है। 
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