ऐसे शातिर, शिकारी को ही बना डाला शिकार

punjabkesari.in Sunday, Sep 24, 2017 - 07:45 PM (IST)

मंडी: कितनी अजीब बात है कि लोगों को जागरूक करने वाली पुलिस ही अब खुद ठगी का शिकार होने लगी है। ऐसा ही एक वाकया हिमाचल पुलिस में तैनात एक कर्मी के साथ पेश आया है। जानकारी के अनुसार शातिरों ने ए.टी.एम. कार्ड का पिन पूछकर उसे करीब 1 लाख रुपए की चपत लगा दी है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। ठग गिरोह 2 दिन की छुट्टियों का फायदा उठाकर पुलिस कर्मी के बैंक अकाऊंट से पैसे निकालता रहा। पुलिस कर्मी 3 साल से मंडी में कार्यरत था। हाल ही में उसका तबादला बिलासपुर के लिए हुआ है। 

फोन पर बता दिया ए.टी.एम. का पिन व सी.वी.वी. कोड 
हुआ यूं कि पुलिस कर्मी को शनिवार सुबह मोबाइल फोन पर कॉल आई कि उसके ए.टी.एम. कार्ड का नवीनीकरण आज ही होना है। अगर उसने नवीनीकरण नहीं करवाया तो ए.टी.एम. कार्ड बंद हो जाएगा। पुलिस कर्मी ने ठग गिरोह के झांसे में आकर ए.टी.एम. का पिन व सी.वी.वी. कोड बता दिया। कुछ ही देर बाद अकाऊंट से पैसे निकलने या खरीददारी करने के एस.एम.एस. पुलिस कर्मी को मोबाइल फोन पर आना शुरू हो गए। इस तरह शातिरों ने उसके खाते से करीब एक लाख रुपए उड़ा लिए।

छुट्टी होने के कारण ब्लॉक नहीं करवा पाया ए.टी.एम. कार्ड
शनिवार को बैंक में छुट्टी होने के कारण पुलिस कर्मी अपना ए.टी.एम. कार्ड भी ब्लॉक नहीं करवा पाया। न ही उसके पास नैट बैंकिंग की सुविधा थी, जिसके चलते ठग गिरोह ने भरपूर फायदा उठाया। पुलिस कर्मी की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मामले की पुष्टि करते हुए डी.एस.पी. हितेश लखनपाल ने कहा है कि कोई भी व्यक्ति किसी को अपने डैबिट व क्रैडिट कार्ड का पिन व सी.वी.वी. नंबर न बताएं और इसकी सूचना पुलिस को दें। 


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