शांता बोले-लूटने वाले भी अपने और लूटने देने वाली सरकार भी अपनी

punjabkesari.in Saturday, Feb 17, 2018 - 12:13 AM (IST)

पालमपुर: सांसद शांता कुमार ने कहा कि भारत को सदियों तक कभी गजनी, कभी गौरी और फिर अंग्रेज दोनों हाथों से लूटते रहे। गजनी ने कई महीने तक सोमनाथ के मंदिर को लूटा फिर वह कांगड़ा तक पहुंचा था। दुर्भाग्य से देश आजाद होने के 70 वर्षों के बाद भी लूट रहा है। फर्क यही है कि तब लूटने वाले पराये थे और अब लूटने वाले भी अपने हैं और लूटने देने वाली सरकार भी अपनी है। इससे बड़ा दुर्भाग्य और कोई नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत में विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे लोग खुले आम देश के खजाने को लूट कर भाग जाते हैं। 

बड़े उद्योगपतियों ने नहीं चुकाया बैंकों का उधार
उन्होंने कहा कि कुछ बड़े उद्योगपतियों ने अपने प्रभाव और पैसे का लाभ उठाकर बैंकों से बहुत अधिक उधार ले लिया। इस उधार को लेने में नियमों को ताक पर रखा गया। वर्षों तक उधार चुकाया नहीं। बैंकों द्वारा इस प्रकार के उधार को एन.पी.ए. अर्थात वापस न आ सकने वाले उधार की मद में डाल दिया गया। इस उधार के कारण बैंकों की आर्थिक स्थिति इतनी खराब हुई है कि सरकार को 88,000 करोड़ रुपए बैंकों को देने पड़े। यह सारा धन देश के आम गरीब लोगों का है। 

कांग्रेस के समय में 52 लाख करोड़ रुपए हुई एन.पी.ए. 
उन्होंने कहा कि लोकसभा में अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कांग्रेस के समय यह एन.पी.ए. धनराशि 52 लाख करोड़ रुपए हो गई है। इसे कम करने की कोशिश की जा रही है। 52 लाख करोड़ रुपए में से भी कितना धन वापस आएगा और कितना डूब जाएगा, कुछ कहा नहीं जा सकता। प्रधानमंत्री ने कहा था कि अब ऐसे उधार नहीं दिए जाएंगे लेकिन लूट अभी भी जारी है।

3 लाख से अधिक किसान कर चुके हैं आत्महत्या 
उन्होंने कहा कि जब गरीब किसान उधार लेता है और फसल बर्बाद होने के कारण वह उधार चुका नहीं पाता तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होती है, नतीजन वह आत्महत्या करने पर विवश हो जाता है। इस समय तक 3 लाख से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं। 


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