चिट्टे की तस्करी के आरोप में बरी हुए RM ने किया बड़ा खुलासा, पढ़ें खबर

punjabkesari.in Friday, Aug 11, 2017 - 07:12 PM (IST)

शिमला: शोघी में बीते 30 अप्रैल 4 किलो चिट्टे के साथ पकड़े गए एच.आर.टी.सी. के तत्कालीन आर.एम. महेंद्र सिंह राणा को कोर्ट ने बरी कर दिया है। कोर्ट से बरी होने के बाद आर.एम. ने शुक्रवार को प्रैस वार्ता में उन पर लगाए गए गंभीर आरोपों को पुलिस द्वारा रची गई साजिश बताया है। उन्होंने इस मामले में उस समय के एस.पी. की भूमिका को भी पूरी तरह संदिग्ध बताया है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में उनके विभाग के एक अधिकारी की भी मिलीभगत है, जिसका वह बाद में खुलासा करेंगे। बता दें कि पुलिस ने उस समय तलाशी के दौरान गाड़ी में मौजूद पदार्थ को चिट्टा बताते हुए आर.एस. सहित चार लोगों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया था। वहीं विभाग ने भी आनन-फानन में आर.एम. को निलंबित कर दिया था। 

फोरैंसिक लैब की जांच में निकाला बेकिंग सोडा
उन्होंने कहा कि कार से बरामद हुए जिस पदार्थ को पुलिस चिट्टा बता रही थी वह फोरैंसिक लैब की जांच में बेकिंग सोडा निकला है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें फंसाने के लिए षड्यंत्र रचा जिसमें पुलिस खुद ही फंस गई। उन्होंने कहा कि पुलिस को यह मालूम नहीं था कि मेरी गाड़ी में जी.पी.एस. सिस्टम लगा है और घटना की रात कार मौके पर नहीं थी जबकि पुलिस के मुताबिक रात 12.45 पर शोघी में नाके दौरान उन्हें पकड़ा था। उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल को सायं 7.30 बजे वह अपनी गाड़ी में राजीव और उसके दोस्त विकास के साथ शिमला से सोलन जा रहे रहे थे कि तभी सी.आई.ए. के स्टाफ ने शोघी में उनकी गाड़ी को रोक कर उनके साथ मारपीट की और जो बैग विकास के पास था उसे उनका बैग बताकर कहा कि इसमें चिट्टा है और उन्हें बालूगंज थाना ले गए, जहां पर डी.एस.पी. ने उनके साथ मारपीट की। 

रात 10 बजे बालूगंज थाना में खड़ी थी गाड़ी
उन्होंने कहा कि उनकी गाड़ी में जी.पी.एस. सिस्टम लगा है जो सही लोकेशन बताता है। लोकेशन के मुताबिक उनकी गाड़ी रात 10 बजे बालूगंज थाना में खड़ी हो गई थी जो कई दिन तक वहां से हिली ही नहीं तो पुलिस ने कैसे दर्शा दिया कि 12.45 पर शोघी में नाका लगा उन्हें पकड़ा था। इससे पता चलता है कि पुलिस ने साजिश रच कर उन्हें फंसाया था, जिसका अब दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है।

एस.पी. पर करेंगे 50 लाख की मानहानि का मुकद्दमा
उन्होंने कहा कि वह पुलिस पर उनके ऊपर झूठी एफ.आई.आर. दर्ज करने के मामले में कोर्ट में केस करेंगे और एस.पी. शिमला के खिलाफ 50 लाख की मानहानि का मुकद्दमा करेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों बाद वह जी.पी.एस. की फुटेज और एस.एच.ओ. द्वारा उनसे मांगे गए 5 लाख रुपए की वीडियो जारी करेंगे और बड़ा खुलासा करेंगे।

कोर्ट के फैसले के बाद आर.एम. की सेवाएं बहाल
उन्होंने बताया कि कोर्ट के फैसले के बाद विभाग ने उनकी सेवाएं बहाल कर दी हंै। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास था कि वह झुठे मामले में पूरी तरह बेदाग साबित होंगे।


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