Watch Video : जंजैहली में आंदोलन ने पकड़ा जोर, लोगों ने निकाली CM की शव यात्रा

punjabkesari.in Wednesday, Feb 14, 2018 - 08:04 PM (IST)

जंजैहली: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र जंजैहली में एस.डी.एम. कार्यालय की अधिसूचना रद्द होने तथा थुनाग के पक्ष में जारी होने को लेकर चल रहा आंदोलन दिनोंदिन उग्र होता जा रहा है। निरंतर चल रहे आंदोलन का जंजैहली में बुधवार को 13वां दिन है। बुधवार को इस आंदोलन में हजारों की संख्या में हर तबके के लोग पहुंचे। सुबह सराज संघर्ष समिति के आह्वान पर जंजैहली के मुख्य चौक पर धरना-प्रदर्शन जारी हुआ लेकिन उसी दौरान एस.डी.एम. जंजैहली सुरेंद्र मोहन ने समिति के पदाधिकारी की बातचीत एस.पी. मंडी गुरदेव शर्मा से करवाई और यह निर्णय लिया कि 16 फरवरी तक इस मामले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने के प्रयास किए जाएंगे। इसमें यह तय हुआ कि सभी प्रदर्शनकारियों के समक्ष मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बातचीत की जाएगी। 

मुख्यमंत्री की निकाली शव यात्रा 
उसके बाद प्रदर्शन स्थल पर समिति के लोगों की मुख्यमंत्री से सीधी बात करवाई गई लेकिन मुख्यमंत्री लोगों को विश्वास में नहीं ले सके। परिणामस्वरूप हजारों लोगों ने जंजैहली से लेकर कुथाह मेला ग्राऊंड तक मुख्यमंत्री की शव यात्रा निकाली तथा मेला ग्राऊंड के नजदीक बाखली खड्ड के किनारे पुतला जलाया। हालांकि अच्छी खासी तादाद में सशस्त्र पुलिस मौजूद रही लेकिन लोगों के साथ नहीं उलझी। मेला ग्राऊंड में भारी संख्या में आए हुए लोगों को जगदीश रेड्डी, नरेंद्र रेडी, जस्सी देवी व हेतराम आदि ने लोगों को संबोधित किया और ये निर्णय लिया कि इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक नई थुनाग के नाम की अधिसूचना रद्द होने के साथ-साथ जंजैहली की अधिसूचना बहाल नहीं हो जाती तब तक संघर्ष जारी रहेगा। 

...तब तक करेंगे स्कूलों का बहिष्कार 
लोगों ने ये भी निर्णय लिया कि जब तक निर्णय जंजैहली के पक्ष में नहीं जाता तब तक वे स्कूलों का बहिष्कार करेंगे। उनके कोई भी बच्चे स्कूल नहीं जाएंगे। उनकी एक मात्र मांग है कि बांटने की राजनीति बंद की जाए और जंजैहली का एस.डी.एम. वापस किया जाए। उन्होंने इस आंदोलन को दिन-प्रतिदिन और उग्र करने की चेतावनी दी है। अब देखना ये है कि इस शांत क्षेत्र को सरकार फिर से कब शांति प्रदान करती है क्योंकि पिछले 13 दिनों से जनजीवन उथल-पुथल हो गया है। जंजैहली में बाजार तक बंद पड़े हैं। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News