NGT हस्तक्षेप न करता तो तबाह हो जाता रोहतांग, जानिए वजह

punjabkesari.in Wednesday, Dec 13, 2017 - 11:58 AM (IST)

कुल्लू (शम्भू प्रकाश): नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल हस्तक्षेप न करता तो अब तक रोहतांग तबाह हो गया होता। रोहतांग अपना असली स्वरूप ही खो चुका होता। रोहतांग में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ जाता कि यहां कोई आना पसंद नहीं करता। एन.जी.टी. ने रोहतांग को बचाने के लिए कई बड़े फैसले लिए। कुल्लू जिला के अन्य हिस्सों सहित मनाली व रोहतांग के लिए एन.जी.टी. की संवेदनशीलता काबिलेतारीफ है। एन.जी.टी. ने कुल्लू-मनाली को बचाने के लिए कई कड़े फैसले लिए। इन तमाम फैसलों के दूरगामी परिणाम भी सामने आने लगे हैं। पूरे कुल्लू-मनाली के लिए यह कदम सराहनीय है। 


रोहतांग में बर्फ की चादर भी पड़ रही थी काली
जुलाई 2015 में एन.जी.टी. ने रोहतांग व सोलंगनाला में कई व्यावसायिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। एक दौर था जब रोहतांग के लिए करीब 5,000 गाड़ियां जाती थीं। इनमें ज्यादातर डीजल वाहन ही होते थे। वाहनों की बड़ी संख्या के कारण रोहतांग में बर्फ की चादर भी काली पड़ रही थी। जब एन.जी.टी. ने वाहनों की संख्या को घटाकर 1,600 किया तो पर्यटन कारोबारियों में हड़कंप मच गया, बाद में इस संख्या को 1,200 किया गया, जिनमें 800 पैट्रोल और 400 डीजल वाहन हैं। इन वाहनों की बुकिंग भी ऑनलाइन ही होगी। पहले आओ पहले पाओ की नीति पर इन वाहनों को रोहतांग जाने का मौका मिल रहा है। 


अवैध निर्माण पर शिकायत के आधार पर पूर्व मंत्री से लेकर कई रसूखदार नपे
एन.जी.टी. ने जब पर्यावरण को बड़े पैमाने पर नुक्सान होते देखा तो ऐसा चाबुक चलाया कि जिससे कई रसूखदारों को भी दर्द हुआ। अवैध निर्माण पर शिकायत के आधार पर पूर्व मंत्री से लेकर कई रसूखदार नपे। अब 1,700 होटलों की जांच शुरू होने जा रही है। इससे कई होटलों पर ताले लटकने की नौबत आ सकती है। पूर्व मंत्री के होटल की निशानदेही की रिपोर्ट मनाली के एस.डी.एम. ने एन.जी.टी. को सौंप दी है। अब प्रशासन एन.जी.टी. के आगामी आदेशों के इंतजार में है। दूसरी ओर होटल कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है।


अलग से ट्रैक होंगे चिन्हित 
अब यहां ईको फ्रैंडली मार्कीट के निर्माण के साथ-साथ अन्य कदम उठाए जा रहे हैं। बैटरी चालित बसें शुरू की जा रही हैं। हालांकि अब प्रशासन को एन.जी.टी. ने यह भी निर्देश दिए हैं कि अन्य व्यावसायिक गतिविधियों के लिए अलग से ट्रैक चिन्हित किए जाएंगे और वहीं पर स्नो स्कूटर आदि चलाए जाएं। अन्य गतिविधियां भी चिन्हित स्थान पर ही हों। रोप-वे तैयार होने के बाद रोहतांग के लिए वाहनों की आवाजाही लगभग शून्य हो जाएगी। लाहौल-स्पीति व लेह जाने वाले वाहन टनल से होकर ही आगे निकलेंगे। ऐसे में रोहतांग की आबोहवा में जहर घुलने जैसी गतिविधियां भी शून्य हो जाएंगी।


लोग बोले-हटाए जाएं अवैध कब्जे  
लोगों ने मांग की है कि सड़कों के किनारे अवैध कब्जों ने भी कुल्लू-मनाली की शक्ल बिगाड़ रखी है। सड़कों के किनारे तमाम अवैध कब्जों को लेकर भी हाईकोर्ट और एन.जी.टी. आदेश दें ताकि अवैध कब्जों को बिना देर किए साफ किया जाए। पूर्व मंत्री की धर्म पत्नी ने भी विभागों के मापदंडों को पूरा न कर मनाली में होटल का निर्माण किया है। एन.जी.टी. ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र कार्रवाई के आदेश दिए हैं। प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई से शिकायतकत्र्ता संतुष्ट नहीं हुए तो एन.जी.टी. ने फिर से सही रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। दोबारा निशानदेही की रिपोर्ट प्रशासन ने एन.जी.टी. को सौंपी है, जिस पर एन.जी.टी. ने फैसला सुरक्षित रखा है। 


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