कोटरोपी हादसे के बाद पहाड़ों में कदम-कदम पर खतरा, संभलकर करें सफर

punjabkesari.in Monday, Aug 14, 2017 - 10:25 AM (IST)

मंडी: कोटरोपी हादसे के बाद हिमाचल दहल गया है। प्रदेश में राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर भूस्खलन से घटनाओं का क्रम बढ़ता जा रहा है। हर रोज एनएच पर पहाड़ियों से बड़ी-बड़ी चट्टानें गिर रही हैं। जिससे पहाड़ों में कदम-कदम पर खतरा मंडरा रहा है। अब लोगों को संभलकर सफर करना चाहिए। मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर स्थित कोटरोपी में शनिवार देर रात पहाड़ी से गिरे मलबे ने दो एचआरटीसी बसों और एक कार को अपनी लपेट में ले लिया। इस खौफनाक घटना में कई घरों के चिराग बुझ गए, तो कइयों के परिवार तबाह हो गए। खास बात यह है कि सड़क मार्ग के अलावा चंडीगढ़-मनाली और नेरचौक-ऊना वाया कलखर, जाहू पर भी सफर करना खतरे से खाली नहीं है। इन मार्गों पर कई पहाड़ों से भारी मात्रा में मलबा गिर चुका है। वहीं चंडीगढ़-मनाली वाया पंडोह के समीप हणोगी, दबाड़ा में भी भारी मात्रा में मलबा गिर चुका है। 
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यहां खतरे से खाली नहीं सफर
गनीमत यह रही कि उक्त घटनाओं में लोग घायल हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ नेरचौक-ऊना वाया कलखर, जाहू सुपर हाईवे पर भी पहाड़ियां दरकनी शुरू हो गईं। कुछ दिन पहले यह मार्ग भारी मात्रा में मलबा गिरने से करीब तीन दिन पूरी तरह से बंद रहा था। कलखर से जाहू करीब 18 किलोमीटर का सफर खतरे से खाली नहीं है। इन मार्गो को बने अभी कुछ ही साल हुए हैं। क्योंकि बारिश के दौरान इन सड़क मार्ग पर चट्टानें गिर रही हैं, वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में बाहरी राज्यों से पर्यटकों के आना जारी है, जिसके चलते उक्त राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर दिन-रात भारी ट्रैफिक का क्रम जारी है। 
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