हिमाचल का नाम रोशन कर रही यह अंतर्राष्ट्रीय शूटर, अब गोल्ड जीतने का सपना

punjabkesari.in Monday, Apr 17, 2017 - 12:13 PM (IST)

ऊना: ऊना जिला के धुसाड़ा गांव की बेटी 23 वर्षीय अंजुम मोदगिल ने हिमाचल का नाम रोशन कर दिया है। वह राइफल शूटिंग में मौजूदा समय में देश की नंबर वन रैंक खिलाड़ी का दर्जा प्राप्त कर चुकी है। वह इस समय 2018 में होने वाली एशियन गेम्स व कॉमन वैल्थ गेम्स के लिए तैयारी कर रही है। 2020 में ओलिम्पिक्स खेलों में देश के लिए गोल्ड मैडल जीतकर लाने का सपना संजोए अंजुम पूरी तरह से अपने खेल को समर्पित होकर तैयारी में जुटी हुई है। 2008 में 9वीं कक्षा की छात्रा के रूप में एन.सी.सी. से शूटिंग का सफर शुरू करने वाली अंजुम ने बीते 9 वर्षों में 18 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं व दर्जनों राष्ट्रीय व जोनल स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेते हुए एक दर्जन से अधिक अंतर्राष्ट्रीय मैडलों सहित 100 से अधिक मैडल जीतकर अपनी झोली में डाले हैं।

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गोल्ड मैडल जीतकर अपनी प्रतिभा की धमक दिखाई
2016 में गुवाहाटी में संपन्न हुई 12वीं साऊथ एशियन गेम्स में अंजुम ने व्यक्तिगत व टीम स्पर्धा में 2 गोल्ड मैडल जीतकर अपनी प्रतिभा की धमक दिखाई जबकि इससे पहले वह एशियन चैंपियनशिप 2015 कुवैत में टीम स्पर्धा में ब्राऊंज, 7वीं एशियन एयरगन चैंपियनशिप कुवैत 2014 में व्यक्तिगत व टीम एयर राइफल स्पर्धा में ब्राऊंज मैडल जीत चुकी है। अंजुम ने ईरान में 2013 में सम्पन्न हुई एशियन चैंपियनशिप में भी 3 ब्राऊंज मैडल जीते जबकि दोहा में 2012 में सम्पन्न एशियन चैम्पियनशिप में भी वह 2 सिल्वर मैडल जीत चुकी है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर में उसने 12 गोल्ड, सिल्वर व ब्राऊंज मैडल जीते हैं जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 7 गोल्ड, 5 सिल्वर व 7 ब्राऊंज व्यक्तिगत स्पर्धाओं में तथा 5 गोल्ड, 6 सिल्वर व 8 ब्राऊंज मैडल टीम स्पर्धाओं में जीत चुकी है। चंडीगढ़ प्रशासन ने अंजुम को कमैंडेशन सर्टीफिकेट से अलंकृत किया है। 

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ओलिम्पिक्स खेलों पर भी है फोकस
ऊना के धुसाड़ा गांव से संबंधित व चंडीगढ़ में पली-बड़ी अंजुम का जन्म 5 जनवरी, 1994 को माता शुभ मोदगिल व पिता सुदर्शन मोदगिल के घर हुआ। उसके पिता पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं जबकि माता शुभ मोदगिल राष्ट्रीय स्तर की जिम्रास्टिक खिलाड़ी रह चुकी हैं। अंजुम के दादा कैप्टन रामेश्वर नाथ मोदगिल सैशन जज के पद से सेवानिवृत्त हैं। अंतर्राष्ट्रीय शूटर अंजुम ने ऊना में अपने पैतृक गांव धुसाड़ा में आने पर मीडिया से बातचीत में कहा कि देश के लिए खेलना व पदक जीतना उसका लक्ष्य है। वह 2018 मेें होने वाली एशियन व कॉमन वैल्थ गेम्स के लिए तैयारी कर रही है। उसका फोकस 2020 ओलिम्पिक्स खेलों पर भी है। अंजुम ने कहा कि शूटिंग एक बेहद खर्चीली गेम है। शुरू में उनके पिता व दादा जी ने वित्तीय सहायता कर प्रैक्टिस के लिए सहयोग किया। 

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