यहां खनन माफिया के हौसले बुलंद, दोनों हाथों से पार्वती परियोजना की संपदा को लूट रहे

punjabkesari.in Friday, Nov 24, 2017 - 02:41 PM (IST)

सैंज : राष्ट्रहित की महत्वाकांक्षी पार्वती परियोजना में जहां विद्युत उत्पादन से विकास की गंगा बह रही है वहीं अब विकास की जगह पर कुछ और ही खेल खेला जा रहा है। प्रोजैक्ट की मुख्य कंपनी एन.एच.पी.सी. को न तो एन.जी.टी. का डर है और न ही पर्यावरण की कोई चिंता। इन्हें चिंता है तो सिर्फ राजनीतिक रसूखदारों की। पार्वती परियोजना चरण-3 में इन दिनों एन.एच.पी.सी. की उदासीनता के कारण सैंजवासी परेशान हैं। सबसे विचित्र बात तो यह है कि खनन माफिया पार्वती परियोजना की संपदा को दोनों हाथों से लूट रहे हैं मगर एन.एच.पी.सी. को जानकारी ही नहीं है।

खनन माफिया के हौसले बुलंद
पार्वती परियोजना में खनन माफिया के हौसले बुलंद हैं। उल्लेखनीय है कि एन.एच.पी.सी. ने पार्वती प्रोजैक्ट के निर्माण कार्य हेतु तरेढ़ा गांव में लगभग 29676 हैक्टेयर भूमि अधिगृहीत की है और इस स्थान पर टनल निर्माण से निकले मलबे को डंप किया गया है, किंतु अब स्थिति यह बन गई है कि एन.एच.पी.सी. की भूमि पर प्रदेश खनन विभाग ने कब्जा कर लिया है तथा मलबे को खनन माफिया को कौड़ियों के भाव बेच दिया है।

डंपिंग साइट से उठाए जा रहे मलबे को लेकर नाखुश प्रतिनिधि
हालांकि इस मामले को लेकर एन.एच.पी.सी. नाराज है और दबे स्वर में सरकार के खिलाफ  गुस्सा भी जाहिर कर रहे हैं। एन.एच.पी.सी. का तर्क है कि परियोजना प्रबंधन तमाम डंपिंग साइटों में हरियाली लाने के लिए पौधारोपण करना चाहती है, लेकिन खनन विभाग ने परमिट जारी कर उनकी उम्मीद पर पानी फेर दिया है। उधर, डंपिंग साइट से उठाए जा रहे मलबे को लेकर खनन माफिया से स्थानीय पंचायत के प्रतिनिधि व पर्यावरण प्रेमी भी नाखुश हैं।


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