परीक्षा में सेकेंड टॉपर रही मोनिका को नहीं मिली नौकरी, मोदी को लिखी चिट्ठी
punjabkesari.in Wednesday, Aug 16, 2017 - 02:25 PM (IST)
धर्मशाला (जिनेश): यूं तो हिमाचल सरकार महिलाओं का आरक्षण बढ़ाने की बात करती है। समाज में महिलाओं की भूमिका सबसे ऊपर है और महिलाओं को हर काम में आगे लाने की बात भी सरकार आए दिन करती है लेकिन यह सब बातें तब बिखरती हुई नजर आती है जब किसी महिला के साथ अन्याय हुआ हो। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की कार्यप्रणाली पर आज फिर से सवाल उठने लगे हैं। चयन प्रक्रिया में एक बार फिर से धांधली के आरोप लगने शुरू हो गए हैं। चयन प्रक्रिया पर धर्मशाला के समीप वर्ती शीला चौक की रहने वाली मोनिका डोगरा ने फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। यही नहीं मोनिका ने देश के प्रधानमंत्री को पत्र भी लिख दिया है ताकि उसको न्याय मिल सके।
कम अंक देकर बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा
मोनिका का कहना है कि छटनी परीक्षा में टोपर्स को साक्षात्कार में कम अंक देकर बाहर का रास्ता क्यों दिखाया जा रहा है। मोनिका पीजीटी पद के अंग्रेजी विषय में छटनी परीक्षा में सेकेंड टोपर्स रही है लेकिन उसे साक्षात्कार में 52 अंक दिए जाते हैं। जहां एक तरफ सरकार इंटरव्यू बंद करने की बात करती है वहीं मोनिका को साक्षात्कार में कम अंक देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। मोनिका के साथ ऐसा एक बार नहीं हुआ है बल्कि तीसरी बार हुआ है। मोनिका अब हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग पर सवाल उठाने लगी है। उनका कहना है कि उसे हर बार इस तरह का व्यवहार झेलना पड़ता है। मोनिका की मांग है कि हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग वो सारे रिकॉर्ड बताए जिसे माध्यम से मुझे बाहर का रास्ता दिखाया गया है और अब तो हर हद पार हो गई है और मोनिका के साथ और भी कई लोग है जिनके साथ भेदभाव की नीति अपनाई गई है।
प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर की शिकायत
उसका कहना है कि शिमला में उसने इंटरव्यू दिया था जिसमें उसे कम अंक देकर बाहर का रास्ता दिखाया गया। एक नहीं कई लोगों के साथ ऐसा किया गया जबकि उनके पद पर इनसे भी कम अंकों वाले लोगों को हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा तैनात किया है। अब मोनिका ने इस बात की शिकायत प्रधानमंत्री को पत्र द्वारा की है। वह न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाने को तैयार है। मोनिका मांग कर रही है कि जब इंटरव्यू हुआ था, उसकी रिकॉर्डिंग उसे मुहैया करवाई जाए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।