धूमल ने कांग्रेस सरकार पर साधा निशाना, कहा-हिमाचल में हर तरफ सत्यानाश

punjabkesari.in Friday, Aug 11, 2017 - 12:24 AM (IST)

धर्मशाला: प्रदेश का हर मामले में सत्यानाश हो रहा है और सरकार विकास के दावे कर रही है। आज प्रदेश में कानून व्यवस्था का सत्यानाश हुआ पड़ा है और सी.एम. पुलिस द्वारा आम जनता पर लाठीचार्ज करवाने में लगे हुए हैं। अपराध पर अपराध हो रहे हैं और असामाजिक तत्व हावी होते जा रहे हैं। ये बातें पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने पत्रकार वार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि सी.एम. वीरभद्र सिंह का कोई पता नहीं चलता है कि वह कब और कहां क्या बोल दें। उन्होंने कहा कि अब तो वह समुदायों को भी निशाना बनाने लगे हैं, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

घरों में सुरक्षित नहीं हैं बच्चे 
उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर वीरभद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि अब तो नौबत यहां तक आ गई है कि बच्चे घरों में सुरक्षित नहीं हैं। ऊना में हुए एक बच्चे के जघन्य कत्ल का जिक्र करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि आज न तो बेटियां सुरक्षित हैं और न ही कोई और। जे.पी. नड्डा के पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से प्रदेश को ज्यादा फायदा होगा या फिर उनके केंद्रीय मंत्री बने रहने पर? धूमल ने कहा कि नड्डा  प्रदेश के लिए गौरव हैं। केंद्र में उनकी हर भूमिका प्रदेश का सम्मान ही बढ़ाएगी। सामूहिक नेतृत्व में विधानसभा चुनावों के बाबत आए अमित शाह के बयान पर धूमल ने कहा कि यह शाह साहब से जुड़ा सवाल है, वह उस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। उनसे ही उक्त सवाल किया जाए क्योंकि यह उनका अधिकार क्षेत्र है। 

सरकार को उसकी नाकामियों का आईना दिखाएंगे
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल के अंतिम सत्र में सरकार को उसकी नाकामियों का आईना दिखाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी। विपक्ष के नेता ने प्रदेश सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि वह यह कह रही है कि उसने कोई लाठीचार्ज गद्दी भाइयों पर नहीं करवाया। अगर यह हकीकत है तो सरकार खुद अपनी उस वीडियो रिकार्डिंग को सामने लाए, जिसको पुलिस कर्मी करते हैं। उन्होंने कहा कि झूठ नहीं चलेगा।

वीरभद्र की डिक्शनरी वह ही जानें
उन्होंने कहा कि सी.एम. न जाने कहां-कहां से ऐसे शब्द निकाल लाते हैं, जिनसे वह खुद ही उपहास के पात्र बन जाते हैं। मकरझंडू शब्द का जिक्र करते हुए कहा कि वीरभद्र से क्या उम्मीद की जा सकती है, वह तो विधायकों तक को बंधुआ मजदूर का खि़ताब दे देते हैं। उन्होंने कहा कि वीरभद्र की डिक्शनरी वह ही जानें। 


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