धूमल बोले-मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की टिप्पणियां हताशा का परिणाम

punjabkesari.in Thursday, May 18, 2017 - 11:53 PM (IST)

हमीरपुर: पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने वीरवार को समीरपुर से शिमला रवाना होने से पहले पत्रकार वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा की जा रही टिप्पणियों को उनकी हताशा का परिणाम बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जिन परिस्थितियों से गुजर रहे हैं, उससे उनका तनाव स्पष्ट झलक रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिमला में कुछ कहते हैं तो हमीरपुर में कुछ, कभी अपनी ही पार्टी के पदाधिकारियों व मंत्रियों के खिलाफ  कुछ भी बोल देते हैं तो कभी विपक्ष के नेताओं के खिलाफ  और जब इसके बारे में उनको सही का अहसास होता है तो मुकर जाते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी ही कांग्रेस पार्टी और विपक्षी भाजपा को अपना व्यक्तिगत दुश्मन समझने लगे हैं।

बी.बी.एम.बी. मामले में मुख्यमंत्री का बयान तथ्यों पर आधारित नहीं
उन्होंने कहा कि बी.बी.एम.बी. के मामले में मुख्यमंत्री का बयान तथ्यों पर आधारित नहीं है तथा यह उनके प्रदेश के हितों के प्रति संवेदनहीनता को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी भजन लाल ने जब इस मामले में मुख्यमंत्री को लताड़ लगाई थी, तब वह स्वयं इस मामले को उच्चतम न्यायालय में ले गए थे लेकिन वहां पर इसकी उचित पैरवी नहीं की जा सकी। भाजपा सरकार बनने पर माननीय उच्चतम न्यायालय में भाजपा सरकार ने अपना पक्ष तथ्यों सहित पेश किया और मामले की गंभीरतापूर्वक पैरवी की। परिणामस्वरूप हिमाचल सरकार के हित में फैसला हुआ। वर्ष 2011 में भाजपा सरकार ने ही 4268 करोड़ रुपए का दावा माननीय न्यायालय में किया लेकिन कांग्रेस सरकार बनने के पश्चात इस मामले के प्रति कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई। 

कई गुट चला रहे वर्तमान वीरभद्र सरकार
उन्होंने कहा कि प्रदेश पूरी तरह से कर्जे में डूब चुका है लेकिन मुख्यमंत्री करोड़ों की अव्यावहारिक घोषणाएं करके जनता को लुभाने का असफल प्रयास कर रहे हैं। हम और भाजपा हमेशा प्रसन्नचित्त मुद्रा में हैं तथा हमेशा सकारात्मक तथा जागरूक विपक्ष की भूमिका निभाने का प्रयास किया गया है और भविष्य में यदि जनता ने सेवा का मौका दिया तो प्रदेश हित के मुद्दों को केंद्र सरकार के समक्ष गंभीरता से उठाकर सभी लंबित मामलों का हल करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान वीरभद्र सरकार को कई गुट चला रहे हैं। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News