अस्पताल में युवक की संदिग्ध हालत में मौत, परिजनों ने किया हंगामा

punjabkesari.in Sunday, Jul 23, 2017 - 01:53 AM (IST)

नालागढ़: उपमंडल के एफ.आर.यू. चिकित्सालय में एक युवक कीसंदिग्ध हालत में मौत हो गई। मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने चिकित्सक पर इलाज न करने के आरोप लगाए और अस्पताल प्र्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सूचना मिलते ही डी.एस.पी. नालागढ़ साहिल आरोड़ा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच कर माहौल को शांत किया। पुलिस ने चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज कर कारवाई शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए आई.जी.एम.सी. शिमला भेज दिया है। जानकारी के अनुसार किशनपुरा निवासी सुभाष चंद के बेटे रविंद्र की शनिवार सुबह अचानक तबीयत खराब हो गई। उसके 2 साथी प्रवीण और विनोद उसे नालागढ़ चिकित्सालय ले आए। परिजनों ने आरोप लगाया कि चिकित्सक ने रविंद्र का एक बार भी हाल नहीं पूछा। वहां पर तैनात नर्स ने उसका प्राथमिक उपचार किया। चिकित्सालय पहुंचने पर उसकी तबीयत ठीक होने की बजाय और बिगड़ती रही लेकिन चिकित्सक ने उसकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया। 

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अस्पताल प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी, सामान भी फैंका
मौत की सूचना मिलते ही किशनपुरा के प्रधान जसवंत सिंह, पूर्व प्रधान राम सिंह, परमजीत, जसविंद्र सिंह समेत पांच दर्जन से अधिक लोगों ने बी.एम.ओ. समेत चिकित्सकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सभी चिकित्सकों के साथ-साथ बी.एम.ओ. के तबादले की भी मांग की। लोगों ने कहा कि जब तक चिकित्सक के खिलाफ कारवाई नहीं होती तब तक मृतक का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। इस दौरान लोगों ने आपातकालीन वार्ड में डाक्टरों के बैठने वाले सामान को फैंक दिया।

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इसके बाद लोगों ने अस्पताल से लेकर पुलिस स्टेशन तक नारेबाजी करते हुए रैली निकाली। सी.एम.ओ. डा. आर.के. धरोच ने बताया कि जैसे ही उन्हें इस मामले की जानकारी प्राप्त हुई एक वरिष्ठ चिकित्सक को जांच के लिए वहां भेज दिया गया है। जांच पूरी होने के बाद ही डाक्टर के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।  एस.डी.एम. नालागढ़ आशुतोष गर्ग ने मृतक के परिजनों को उचित कारवाई करने का आश्वासन दिया। 

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कांवड़ लेकर आया पर नहीं मिल सका मां-बाप से  
मृतक के पिता सुभाष चंद ने बताया कि उनका बेटा 14 जुलाई को कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार गया था। करीब 7 दिन बाद वह शुक्रवार को देर सायं अपने साथियों के साथ कांवड़ लेकर किशनपुरा पहुंचा और सीधा मन्दिर चला गया। उन्होंने बताया कि कांवड़ से आने के बाद सभी लोग सीधा मन्दिर में जाते हैं। रात को पूजा करने के बाद जल चढ़ाकर ही सुबह घर जाते हैं। रविन्द्र भी पूजा-अर्चना के बाद मन्दिर में ही सो गया है। 


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