शहीद पिता के पार्थिव शरीर को 3 साल की बेटी ने दी मुखाग्नि, हर आंख से छलके आंसू

punjabkesari.in Wednesday, Apr 26, 2017 - 08:58 AM (IST)

नेरचौक: छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में शहीद हुए नेरचौक के सुरेंद्र ठाकुर का सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ पैतृक गांव के समीप श्मशानघाट नेरढांगू में अंतिम संस्कार किया गया। पार्थिव शरीर के साथ आए सी.आर.पी.एफ. के जवानों व जिला पुलिस की सशस्त्र टुकड़ी ने हवाई फायर कर शहीद को सलामी दी। शहीद की तीन वर्षीय बेटी एलिना ने अपने शहीद पिता की पार्थिव देह को मुखाग्नि दी। इस दौरान हर व्यक्ति की आंख नम हो गई। शहीद सुरेंद्र की पार्थिव देह सोमवार दोपहर बाद छत्तीसगढ़ से हैलीकॉप्टर द्वारा सुंदरनगर लाया गया, जहां डी.सी. संदीप कदम और एस.पी. प्रेम कुमार ने जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार की ओर से शहीद की पार्थिव देह को सी.आर.पी.एफ . से प्राप्त किया। 

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दोपहर बाद पैतृक घर पहुंची शहीद की पार्थिव देह
सुंदरनगर से उनकी पार्थिव देह को गाड़ी से दोपहर बाद साढ़े 5 बजे उनके पैतृक घर नेरचौक लाया गया। पार्थिव देह के साथ आए सी.आर.पी.एफ . के अधिकारी बी.के. कौंडल ने शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाया और इस दुख: की घड़ी में हौसला रखने को कहा। मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप व प्रदेश सरकार की ओर से स्थानीय विधायक व आबकारी एवं कराधान मंत्री प्रकाश चौधरी, डी.सी. मंडी संदीप कदम, एस.पी. प्रेम ठाकुर, नेरचौक व्यापार मंडल सहित सैकड़ों लोगों ने शहीद सुरेंद्र को पुष्पमाला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर स्थानीय विधायक व मंत्री प्रकाश चौधरी ने शहीद के घर पहुंचकर माता व पत्नी सहित परिजनों से संवेदना प्रकट कर सांत्वना दी। प्रकाश चौधरी ने बताया शहीदों को सरकार की ओर से दी जाने वाली राहत राशि जल्द शहीद सुरेंद्र के परिजनों दी जाएगी। 

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बेटी एलिना अभी तक सत्य से अनजान
छत्तीसगढ़ के सुकमा में सी.आर.पी.एफ . की 74वीं बटालियन में तैनात नेरचौक के 33 वर्षीय सिपाही सुरेंद्र सिंह रविवार को नक्सली हमले में शहीद हो गए थे। शहीद सुरेंद्र 2003 में सी.आर.पी.एफ . में भर्ती हुए थे। उन्होंने 6 साल श्रीनगर में अपनी सेवाएं दी। सुरेंद्र पिछले तीन सालों से छत्तीसगढ़ के सुकमा में सेवारत थे। वह अपने पीछे माता विमला देवी, पत्नी किरण, तीन वर्षीय बेटी एलिना व भाई जितेंद्र को छोड़ गए हैं। बेटी एलिना इस सत्य से अनजान अपनी दादी और मां को देखकर रो रही है।

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